• पूँजीवाद सामान्यत: उस आर्थिक प्रणाली या तंत्र को कहते हैं जिसमें उत्पादन के साधन पर निजी स्वामित्व होता है। इसे कभी कभी "व्यक्तिगत स्वामित्व" के पर्यायवाची...
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  • लोकतांत्रिक पूंजीवाद, जिसे कल्याण पूंजीवाद के रूप में भी जाना जाता है, एक आर्थिक प्रणाली है जो पूंजीवादी सिद्धांतों को एक मजबूत कल्याणकारी राज्य से जोड़ती...
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  • than havens for crony capitalists (p.3) चीन ने फिर से भारत को पीछे छोड़ा... किन्तु इस बार भ्रष्टाचार में। (स्वामीनाथन एस. अंकलेसरिया अय्यर) सहचर पूंजीवाद...
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  • पश्चात के मार्क्सवादी विश्लेषणों में उत्पादन का पूंजीवादी तरिका संगठनकारी उत्पादन की प्रणाली एवं पूंजीवादी समाज में इसके वितरण को कहा जाता है। डंकन फोले...
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  • उसे समाजवाद और पूंजीवाद का मिश्रण कहा जाता है। अपने प्रसिद्ध रचना Human Action में, लडविग वॉन मिसेस ने वाद किया था कि समाजवाद और पूंजीवाद का मिश्रण कभी...
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  • राजकीय पूँजीवाद (State capitalism), आर्थिक प्रणाली का वह रूप है जिसमें राज्य द्वारा व्यापार एवं वाणिज्यिक आर्थिक क्रियाकलापों में भारी मात्रा में भाग लिया...
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  • वाला एक महत्वपूर्ण दृष्टिकोण का उपयोग कर, मार्क्स ने भविष्यवाणी की थी कि पूंजीवाद ने पिछली सामाजिक आर्थिक प्रणालियों की तरह आंतरिक तनाव पैदा किए हैं और ये...
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  • मार्क्स ने सामाजिक ताकतों में दिलचस्पी रखते हुए पूंजीवाद के बारे में लिखा, यह उम्मीद करते हुए कि इससे पूंजीवाद का पतन होगा और मानवता शोषण से मुक्त हो सकेगी।...
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  • सुधारों के संचय से एक ऐसे सामाजिक-आर्थिक प्रणाली का उद्भव हो सकता हैं, जो पूंजीवाद और लोकतन्त्र के वर्तमान रूपों से पूरी तरह अलग हो; जबकि, व्यवहारवादी सुधार...
    3 KB (151 words) - 21:20, 12 January 2021
  • देखें विलियम जे. बौमोल, रॉबर्ट ई. लियन और कार्ल जे श्रम्म का अच्छा पूंजीवाद, बुरा पूंजीवाद और विकास और समृद्धि का अर्थशास्त्र 3 (2007) (आम तौर पर पीटर एफ...
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  • गुप्ता और आलोचनात्मक दृष्टि से अध्ययन किया है उसने पूंजीवाद के दोषों का वर्णन करने के साथ-साथ पूंजीवाद का अंत कर वर्ग भी समाज की स्थापना करने के लिए एक...
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  • राजनीतिक अर्थव्यवस्था (1867) की आलोचना, कार्ल मार्क्स का प्रस्ताव है कि पूंजीवाद के प्रेरित बल श्रम, जिसका काम अवैतनिक लाभ और अधिशेष मूल्य के परम स्रोत...
    5 KB (333 words) - 22:56, 19 July 2023
  • बीच रूस के राजनीतिक भविष्य का निर्धारण करने के लिए टकराहट हुई। यह टकराव पूंजीवाद और साम्यवाद के बीच था। साँचा:Russian Civil War साँचा:Russian Revolution...
    4 KB (71 words) - 09:09, 18 March 2023
  • में अपनी पुस्तक "साम्राज्यवाद पूंजीवाद का अंतिम चरण" में लिखा कि साम्राज्यवाद एक निश्चित आर्थिक अवस्था है जो पूंजीवाद के चरम विकास के समय उत्पन्न होती...
    72 KB (4,829 words) - 14:05, 9 April 2024
  • निष्कर्ष पर पहुंचे कि समाजवादी क्रांति के भय के कारण पूंजीवाद प्रतिक्रियावादी हो गया है, अत: वह पूँजीवादी लोकतंत्रात्मक क्रांति का नेतृत्व करने में भी असमर्थ...
    38 KB (2,488 words) - 07:44, 7 April 2024
  • जिसने पूंजीवादी देशों की कमर तोड़कर रख दी थी। इस दौरान सोवियत संघ में औद्योगिक विस्तार हुआ। इससे मार्क्‍सवाद को प्रतिष्ठा मिली और उसे पूंजीवाद के विकल्प...
    21 KB (1,479 words) - 17:58, 13 May 2024
  • में आर्थिक विकास बहुत ही धीमी गति से हो रहा था। भारतीय अर्थव्यवस्था में विकास काफी धीमा था। भारत का आर्थिक सुधार पूंजीवाद मुक्त बाजार वैश्वीकरण निजीकरण...
    2 KB (97 words) - 13:56, 30 June 2023
  • बना कर किया जाता रहा। तत्काल में अर्थव्यवस्था के अन्तर्गत साम्यवाद और पूंजीवाद नाम कि दो विचारधाराओ का उद्भव हुआ है। धन का सही रूप में निवेश करना या धन...
    5 KB (293 words) - 12:43, 2 June 2024
  • का समर्थक होते हुए भी यदि उसने समाजवाद का समर्थन किया तो केवल इसलिये कि पूँजीवाद के अन्याय और दोष स्पष्ट होने लगे थे। साधारण तौर पर वह अबाध व्यापार का समर्थक...
    10 KB (447 words) - 10:11, 20 April 2023
  • 'महानगरों' व 'उपग्रहों' के रूप मे विभाजित मानते हैं। फैंक का मानना है कि पूंजीवाद के माध्यम से हमेशा ‘उपग्रहों’ वाले राज्यों में 'गैर-विकास का विकास' होता...
    57 KB (3,950 words) - 11:17, 10 January 2024
  • ध्वनि से एकात्म मानव दर्शन को स्वीकार किया। इसकी तुलना साम्यवाद, समाजवाद, पूंजीवाद से नहीं की जा सकती। एकात्म मानववाद को किसी वाद के रूप में देखना भी नहीं...
    4 KB (260 words) - 11:45, 11 January 2023
  • दर्शन है जो उदार सिद्धांतों को शामिल करता है। उदार समाजवाद में पूरी तरह से पूंजीवाद को खत्म करके समाजवाद लाने का लक्ष्य नहीं है। इसके बजाय, यह मिश्रित अर्थव्यवस्था...
    1 KB (53 words) - 09:42, 1 September 2017
  • मुक्त बाज़ार (category पूंजीवाद)
    अर्थव्यवस्था में मुक्त बाज़ार और नियंत्रित बाज़ार का मिश्रण होता है, लेकिन पूंजीवादी व्यवस्थाओं में बाज़ार अधिक मुक्त होता है जबकि समाजवादी व्यवस्थाओं में...
    3 KB (135 words) - 05:45, 13 February 2024
  • बाहर महाद्वीपों में फैल गया। (1) पूँजीवाद - वाणिज्यवाद ने उद्योग-धंधों के प्रसार से पूंजीवाद को जन्म दिया। इस पूँजीवाद से यूरोपीय समाज में दो वर्गों का...
    30 KB (1,983 words) - 01:57, 22 April 2023
  • सर्वप्रथम जोसेफ शुम्प्टर ने अपनी पुस्तक ‘कैपिटलिज्म, सोशलिज्म एंड डेमोक्रेसी‘ (पूंजीवाद, समाजवाद और लोकतन्त्र, 1942) में किया। बाद में सार्टोरी, रॉबर्ट डाल, इक्सटाईन...
    121 KB (8,150 words) - 22:39, 21 March 2024
  • शब्दों का प्रथम ज्ञात उपयोग 1652 में हुआ। दोस्तवाद भाई-भतीजावाद चोर-तंत्र पूंजीवाद कोठारी, गुलाब (6 अक्टूबर 2013). "आधी जीत, हार भी आधी". राजस्थान पत्रिका...
    2 KB (106 words) - 01:22, 15 June 2020
  • है। नवम्बर क्रान्ति से प्रेरित, परिषदवाद की विशेषता यह थी कि वह राज्य पूंजीवाद/राज्य समाजवाद का विरोधी था और वर्ग राज्य को विघटित करने के आधार पर कामगारों...
    2 KB (109 words) - 19:32, 5 March 2020
  • पूँजीवादी मुनाफे, सूद, कमीशन आदि का आधार है। सारांश यह कि पूँजी का स्रोत श्रमशोषण है। मार्क्स का यह विचार वर्गसंघर्ष को प्रोत्साहन देता है। पूँजीवाद की...
    18 KB (1,235 words) - 03:31, 13 March 2024
  • देने का काम कार्ल मार्क्स ने किया। उनके समकालीन जे.एस. मिल की दिलचस्पी पूँजीवाद की आलोचना में नहीं थी (हालाँकि आधी सदी तक उनकी रचना आर्थिक विज्ञान के अध्यापन...
    22 KB (1,490 words) - 07:15, 12 July 2022
  • 'पारस्परिक-सहायता द्वारा आत्म-सहायता' के सिद्धान्त पर आधारित है। (9) इसमें पूंजीवाद एवं साम्यवाद दोनों के गुण पाये जाते हैं। (10) यह लोकतन्त्र पर आधारित एक...
    10 KB (615 words) - 12:34, 11 July 2021
  • किया जाना था, क्योंकि एक मार्क्सवादी के रूप में उनका मानना था कि यह विरोध पूंजीवाद को उखाड़ फेंकने, और समाजवाद की स्थापना का कारण बनेगा। 1917 की फरवरी क्रांति...
    40 KB (2,512 words) - 09:47, 20 April 2023