• विशेष पट्टी पर बेलकर, संगृहीत काच को लोंदे या गोले का रूप दिया जाता है, जिसका पारिभाषिक नाम निर्माण्य (parison) है। लोंदा बनाना भी एक कला है, क्योंकि इसका...
    31 KB (2,317 words) - 03:32, 16 July 2022
  • कुम्हार द्वारा बैलगाड़ी के चक्के पर मिट्टी के लोन्दे से बनाया गया पात्र मटकी के नाम से जाना जाता है। इसे आग मे तपाते हैं। ये सकरे मुह का पात्र गर्मियों...
    829 bytes (60 words) - 12:48, 23 May 2020
  • अधिक मास या अधिमास कहते हैं। पूरब में इसे मलमास भी कहते हैं और पच्छम में लौंद। सौर-वर्ष का मान ३६५ दिन, १५ घड़ी, २२ पल और ५७ विपल हैं। जबकि चांद्रवर्ष...
    4 KB (260 words) - 19:57, 8 April 2024
  • (१४५८-१५०५ ई.) के समय बिहार भी संघर्ष में फँसा रहा। १४८९ ई. में जौनपुर पर लोंदी वंश का अधिकार होने के बाद बिहार में नुहानी वंश का उदय हुआ। बिहार में चेरो...
    123 KB (9,024 words) - 11:40, 7 February 2024
  • कर देने के बाद भीमसेन ने उसके सभी अंगों को तोड़-मरोड़ कर उसे माँस का एक लोंदा बना दिया और द्रौपदी से बोले, “पांचाली! आकर देखो, मैंने इस काम के कीड़े की...
    24 KB (1,746 words) - 10:37, 15 June 2020
  • में झुंडों में रहती है। यूरोप तथा भारत में समान रूप से ही यह मिट्टी के लोंदों से अपना घोंसला बनाती है तथा उसमें परों का नरम स्तर भली भाँति देती है। यह...
    62 KB (4,731 words) - 07:32, 14 April 2024
  • 1973: Occupation: Foole 1974: तोलेदो विंडो बॉक्स 1975: एन इविनिंग विद वाली लोंदो फिच्रिंग बिल स्लास्जो 1977: ऑन द रोड 1981: अ प्लेस ऑफ़ माई स्टफ 1984: कार्लिन...
    107 KB (6,624 words) - 03:16, 14 December 2023